भगवान के नरहरि रूप के विषय मे बतौ please give answers with.punctuations and try to give long answers
मित्र हम आपको उत्तर लिखकर दे रहे हैं। आप स्वयं इसे विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें। इससे आपका लेखन काैशल बढ़ेगा।
हिरण्यकश्यप एक राजा था जो स्वयं को भगवान मानता था। उसका एक पुत्र था, जिसका नाम प्रह्लाद था। वह विष्णु भगवान का उपासक था। उसके पिता को यह बात बिलकुल पसंद नहीं थी। उनके मना करने पर भी प्रह्लाद भगवान की भक्ति करता रहा। हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र को मारने का निश्चय किया। तब प्रह्लाद ने विष्णु भगवान का स्मरण किया। विष्णु भगवान नरसिंह के रुप में प्रकट हुए। उन्होंने हिरण्यकश्यप का पेट अपने नाखूनों से चीर डाला। इस प्रकार उन्होंने अपने भक्त की रक्षा की।
हिरण्यकश्यप एक राजा था जो स्वयं को भगवान मानता था। उसका एक पुत्र था, जिसका नाम प्रह्लाद था। वह विष्णु भगवान का उपासक था। उसके पिता को यह बात बिलकुल पसंद नहीं थी। उनके मना करने पर भी प्रह्लाद भगवान की भक्ति करता रहा। हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र को मारने का निश्चय किया। तब प्रह्लाद ने विष्णु भगवान का स्मरण किया। विष्णु भगवान नरसिंह के रुप में प्रकट हुए। उन्होंने हिरण्यकश्यप का पेट अपने नाखूनों से चीर डाला। इस प्रकार उन्होंने अपने भक्त की रक्षा की।