Please give me an essay on 'Garib Mazdoor'.
मित्र हम आपको कुछ पंक्तियाँ लिखकर दे रहे हैं। कृपया आप स्वयं इसे विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें।
मजदूर समाज का ऐसा वर्ग हैं, जिन्हें उनके कार्य के अनुसार वेतन नहीं दिया जाता हैं। इससे उनका आज के युग में जीना मुश्किल हो गया है।
एक मज़दूर बड़ी-बड़ी अचल इमारतों से लेकर एक सेतु का निर्माण करता है। वह इस कार्य को बिना किसी स्वार्थ के पूरा करता है। इसके बदले उसे जितना मेहनताना मिलता है, वह उसके जीवन को सुखी और संपन्न बनाने कि ले काफी नहीं होता। इसके बाद भी वह हंसता हुआ बिना शिकायत करता हुआ अपना कार्य करता जाता है। आज जिधर नज़र दौड़ाओ मजदूर भाई दिखाई दे जाते हैं। उनके इस योगदान के लिए हम उनके ऋणी रहेगें। इन्होंने समाज को दिया ही दिया है। इसके बदले हम उन्हें कुछ दे नहीं सकते परन्तु उनके योगदान की सराहना तो कर सकते हैं। .............................
मजदूर समाज का ऐसा वर्ग हैं, जिन्हें उनके कार्य के अनुसार वेतन नहीं दिया जाता हैं। इससे उनका आज के युग में जीना मुश्किल हो गया है।
एक मज़दूर बड़ी-बड़ी अचल इमारतों से लेकर एक सेतु का निर्माण करता है। वह इस कार्य को बिना किसी स्वार्थ के पूरा करता है। इसके बदले उसे जितना मेहनताना मिलता है, वह उसके जीवन को सुखी और संपन्न बनाने कि ले काफी नहीं होता। इसके बाद भी वह हंसता हुआ बिना शिकायत करता हुआ अपना कार्य करता जाता है। आज जिधर नज़र दौड़ाओ मजदूर भाई दिखाई दे जाते हैं। उनके इस योगदान के लिए हम उनके ऋणी रहेगें। इन्होंने समाज को दिया ही दिया है। इसके बदले हम उन्हें कुछ दे नहीं सकते परन्तु उनके योगदान की सराहना तो कर सकते हैं। .............................