Please tell the answer of the question.
प्रिय छात्र
इस कविता का मूल भाव यह है कि हमें धर्म, जाति, रंग इत्यादि के नाम पर लड़ना नहीं चाहिए। भगवान ने सबको समान बनाया है। अतः हमें मिलकर रहना चाहिए। जिस प्रकार प्रकृति किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है। हमें भी भेदभाव नहीं करना चाहिए।
धन्यवाद।
इस कविता का मूल भाव यह है कि हमें धर्म, जाति, रंग इत्यादि के नाम पर लड़ना नहीं चाहिए। भगवान ने सबको समान बनाया है। अतः हमें मिलकर रहना चाहिए। जिस प्रकार प्रकृति किसी के साथ भेदभाव नहीं करती है। हमें भी भेदभाव नहीं करना चाहिए।
धन्यवाद।