pls answer fast. exam tomorrow. bade bhai sahab kahani mein chota bhai apni shalinta ka nirvah kyu karta hai
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
हमारी संस्कृति है कि हम बड़ों को जवाब नहीं देते हैं। बड़े गलत भी हों, तो हम उनके आगे मुँह नहीं खोलते हैं। छोटा भाई जानता था कि उसकी ज़िम्मेदारी बड़े भाई पर है। छात्रावास में वही उसके बड़े हैं। अतः उनको जवाब देना माता-पिता को जवाब देने के समान है। दूसरे जब उसे यह पता चलता है कि बड़े भाई ने उसके लिए अपने बचपन की बलि दे दी, तो वह गदगद हो जाता है। तब उसकी नज़र में भाई की इज़्ज़त बढ़ जाती है और वह चुप रहकर शालीनता का निर्वाह करता है।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
हमारी संस्कृति है कि हम बड़ों को जवाब नहीं देते हैं। बड़े गलत भी हों, तो हम उनके आगे मुँह नहीं खोलते हैं। छोटा भाई जानता था कि उसकी ज़िम्मेदारी बड़े भाई पर है। छात्रावास में वही उसके बड़े हैं। अतः उनको जवाब देना माता-पिता को जवाब देने के समान है। दूसरे जब उसे यह पता चलता है कि बड़े भाई ने उसके लिए अपने बचपन की बलि दे दी, तो वह गदगद हो जाता है। तब उसकी नज़र में भाई की इज़्ज़त बढ़ जाती है और वह चुप रहकर शालीनता का निर्वाह करता है।