Pls..do this laghu katha lekhan-
मित्र ,
देखा की दरवाजे पर मामा जी थे जो हमें बहुत सारे खिलौने ले के आये थे ,हमारी ख़ुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं रहा |
देखा की दरवाजे पर मामा जी थे जो हमें बहुत सारे खिलौने ले के आये थे ,हमारी ख़ुशी का तो कोई ठिकाना ही नहीं रहा |