pls explain kriyaa viheshan and its types
क्रिया विशेषणके चार भेद हैं। वे इस प्रकार हैंः कालवाचक क्रिया विशेषण, स्थानवाचक क्रिया विशेषण, परिमाणवाचक क्रिया विशेषण तथा रीतिवाचक क्रिया विशेषण।
कालवाचक क्रिया विशेषण :- जिन क्रिया विशेषण शब्दों से क्रिया के घटित होने के काल (समय) का बोध हो, वे शब्द कालवाचक क्रिया विशेषण शब्द कहलाते हैं; जैसे - गीता अभी आई है।
स्थानवाचक क्रिया विशेषण :- ऐसे शब्द जो क्रिया के स्थान या दिशा को बोध कराएँ, उन्हें स्थानवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं; जैसे - मोहन अंदर है।
परिमाणवाचक क्रियाविशेषण :- जिन शब्दों से क्रिया की मात्रा (परिमाण) का बोध हो, उन्हें परिमाणवाचक क्रियाविशेषण शब्द कहते हैं; जैसे - वह बिलकुल थक गया है।
रीतिवाचक क्रिया विशेषण :- रीति का अर्थ है 'ढंग'। अर्थात जो कार्य के सम्पन्न होने की रीति को बताते है, वहाँ रीतिवाचक क्रिया विशेषण है; जैसे - वह धीरे-धीरे चला।