pls i need answer urgently
7. रैदास के पद : रैदास के पद का भावार्थ लिखिए।
8. रैदास ने अपने पदों द्वारा हमें क्या संदेश देना चाहते हैं?
मित्र!
आपको रैदास के कौन से पद का भावार्थ चाहिए, आपने लिखा ही नहीं है। जब तक आप पद नहीं लिखेंगे हम उसका भावार्थ नहीं दे पाएंगे।
रैदास के पदों का मुख्य भाव यह है कि भगवान की भक्ति में लीन होने के बाद रैदास और प्रभु में कोई अलगाव नहीं होता है। रैदास ईश्वर को बहुत मानते हैं। उनके अनुसार ईश्वर बहुत शक्तिशाली हैं और सर्वशक्तिमान हैं। गरीबों की रक्षा करने वाले और रखवाले हैं।
आपको रैदास के कौन से पद का भावार्थ चाहिए, आपने लिखा ही नहीं है। जब तक आप पद नहीं लिखेंगे हम उसका भावार्थ नहीं दे पाएंगे।
रैदास के पदों का मुख्य भाव यह है कि भगवान की भक्ति में लीन होने के बाद रैदास और प्रभु में कोई अलगाव नहीं होता है। रैदास ईश्वर को बहुत मानते हैं। उनके अनुसार ईश्वर बहुत शक्तिशाली हैं और सर्वशक्तिमान हैं। गरीबों की रक्षा करने वाले और रखवाले हैं।