Pls solve this 4 questions fastly
मित्र
हम एक बार में सभी प्रश्नों के उत्तर नहीं दे पाएंगे। हम प्रथम का उत्तर दे रहे हैं। आप अपने प्रश्न पुनः पूछ सकते हैं।
1.इफ़्फ़न की दादी पूरब में बोली जाने वाली भाषा का इस्तेमाल करती थी क्योंकि यह दादी की मायके की भाषा थी। इफ़्फ़न की दादी ने मरते समय कहा कि मेरी लाश न कर्बला जाएगी और न ही नजफ़ जाएगी, मुझे घर भेज देना। मरते समय इफ़्फ़न की दादी को अपना घर यानि कच्ची हवेली याद आ रहा था। वहाँ दादी ने अपना बचपन बिताया था। जो पेड़ उन्होंने लगाया था, वो आम का पेड़ याद आ रहा था। दादी को बचपन की सारी बातें याद आ रही थी।
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1.इफ़्फ़न की दादी पूरब में बोली जाने वाली भाषा का इस्तेमाल करती थी क्योंकि यह दादी की मायके की भाषा थी। इफ़्फ़न की दादी ने मरते समय कहा कि मेरी लाश न कर्बला जाएगी और न ही नजफ़ जाएगी, मुझे घर भेज देना। मरते समय इफ़्फ़न की दादी को अपना घर यानि कच्ची हवेली याद आ रहा था। वहाँ दादी ने अपना बचपन बिताया था। जो पेड़ उन्होंने लगाया था, वो आम का पेड़ याद आ रहा था। दादी को बचपन की सारी बातें याद आ रही थी।