plz answer this question(In litrature)
"आदर्शों की बातें करना तो बहुत आसान है पर उन पर चलना बहुत कठिन है।" क्या आप इस बात से सहमत हैं? तर्क सहित उत्तर दीजिए।
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
यह बिलकुल सही है कि आदर्शों की बात करना सरल है मगर उन पर चलना कठिन है। यदि आप कोई आदर्श बना लेते हैं, तो उस पर कितनी विकट परिस्थिति आ जाए आपको कायम रहना पड़ेगा। आदर्श समय के अनुसार बदलने नहीं चाहिए वरना उसकी कोई अहमियत नहीं रहती है। गांधी जी एक आदर्शवादी व्यक्ति थे, उन्होंने कभी अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया। परिस्थिति चाहे उनके कितने विमुख रही हो।