plzz explain YAN SANDI ...... 

yan sandhi means if any different swar infront of e,ee.. swar,it changes into "ya"swar

vu,vu.... changes into va

ru changes into ra...  is called yan sandhi.

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इ, ई के आगे कोई असमान स्वर होने पर इ, ई का s'य्' हो जाता है तथा उ, ऊ के आगे किसी असमान स्वर के आ जाने पर उ, ऊ का 'व्' हो जाता है अथवा 'ऋ' के आगे किसी अन्य स्वर के आ जाने पर 'ऋ' का 'र' हो जाता है, इन्हें यण − संधि कहते हैं; जैसे -इ, ई के आगे कोई असमान स्वर होने पर इ, ई का s'य्' हो जाता है तथा उ, ऊ के आगे किसी असमान स्वर के आ जाने पर उ, ऊ का 'व्' हो जाता है अथवा 'ऋ' के आगे किसी अन्य स्वर के आ जाने पर 'ऋ' का 'र' हो जाता है, इन्हें यण − संधि कहते हैं; जैसे -इ, ई के आगे कोई असमान स्वर होने पर इ, ई का s'य्' हो जाता है तथा उ, ऊ के आगे किसी असमान स्वर के आ जाने पर उ, ऊ का 'व्' हो जाता है अथवा 'ऋ' के आगे किसी अन्य स्वर के आ जाने पर 'ऋ' का 'र' हो जाता है, इन्हें यण − संधि कहते हैं; जैसे -इ, ई के आगे कोई असमान स्वर होने पर इ, ई का s'य्' हो जाता है तथा उ, ऊ के आगे किसी असमान स्वर के आ जाने पर उ, ऊ का 'व्' हो जाता है अथवा 'ऋ' के आगे किसी अन्य स्वर के आ जाने पर 'ऋ' का 'र' हो जाता है, इन्हें यण − संधि कहते हैं; जैसे -इ, ई के आगे कोई असमान स्वर होने पर इ, ई का s'य्' हो जाता है तथा उ, ऊ के आगे किसी असमान स्वर के आ जाने पर उ, ऊ का 'व्' हो जाता है अथवा 'ऋ' के आगे किसी अन्य स्वर के आ जाने पर 'ऋ' का 'र' हो जाता है, इन्हें यण − संधि कहते हैं; जैसे -

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What?????
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lohil
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