prakrit our sanskrit abhi kyo nahi bolte he

 

Hi!
इन दोनों भाषाओं को न बोलने के पीछे यही कारण है की हिन्दी व अन्य भाषाओं के ज्यादा प्रचलन के कारण इन भाषाओं को बोलने वालों की कमी ही इनके न बोलने का कारण है, समय के साथ यह कम और कम बोले जाने लगी हैं अब यह विलुप्ति के कगार में हैं। संस्कृत को बोलने वाले तो अब न के बराबर ही है। यह भाषा अब पाठयक्रमों का हिस्सा मात्र बनकर रह गई है।
आशा करती हूँ कि आपको प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
 
ढेरों शुभकामनाएँ!

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