Prastut prashna ka uttar dijiye
मित्र
हम एक बार में एक ही प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। आप अपने प्रश्न पुन: पूछ सकते हैं।
1-
गोपियाँ उद्धव को भाग्यवान कहकर व्यंग्य करती हैं। वे कहती हैं कि श्रीकृष्ण के पास रहते हुए भी उद्धव श्रीकृष्ण के प्रेम से अलग रहे हैं। वे श्रीकृष्ण के प्रेम में क्यों नहीं बंधे? क्या श्रीकृष्ण के प्रति उनके मन में कोई अनुराग नहीं है? श्रीकृष्ण के साथ एक पल बिताकर कोई भी कृष्णमय हो जाता है किन्तु उद्धव तो तनिक भी प्रभावित नहीं हुए हैं।
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गोपियाँ उद्धव को भाग्यवान कहकर व्यंग्य करती हैं। वे कहती हैं कि श्रीकृष्ण के पास रहते हुए भी उद्धव श्रीकृष्ण के प्रेम से अलग रहे हैं। वे श्रीकृष्ण के प्रेम में क्यों नहीं बंधे? क्या श्रीकृष्ण के प्रति उनके मन में कोई अनुराग नहीं है? श्रीकृष्ण के साथ एक पल बिताकर कोई भी कृष्णमय हो जाता है किन्तु उद्धव तो तनिक भी प्रभावित नहीं हुए हैं।