pratah kal bhramad ka labh batate hue bhai ko patra

प्रातःकाल का सौंदर्य अनुपम और स्वास्थ्यकारी होता है। प्राचीनकाल से इस समय को सबसे उत्तम और श्रेयकर माना जाता है। सूर्य का अनुपम सौंदर्य और प्रकृति की मोहक छटा इसी समय में दिखाई देती है। वातावरण सिंदुरी आभा लिए होता है। इस समय चारों तरफ पक्षियों का मधुर करवल कानों को सुख देता है। ठंडी हवा मन और शरीर को सुख देने वाली होती है। इसी कारणवश प्रातःकालीन भ्रमण में जाना स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। लोग प्रातःकाल में सैर को उत्तम मानते हैं। सुबह के स्वच्छ वातावरण में रहना सुखद अनुभव होता है। इस समय प्रदूषण का नामो-निशान नहीं होता है। हवा शुद्ध और शीतल होती है, जो हमारे लिए गुणकारी होती है। प्रातःकालीन भ्रमण करते समय तेज़ी के साथ चलना चाहिए। इससे शरीर में रक्त का संचार अच्छा होता है। लंबी साँस लेनी चाहिए। लंबी सांस लेने से ऑक्सीजन की बेहतर मात्रा शरीर में जाती है। इससे फेफड़ों को शक्ति प्राप्त होती है। शरीर की सभी बीमारियाँ दूर हो जाती है। रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

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