Prernarthak kriya kya hai ?
प्रेरणार्थक क्रिया − इस क्रिया में एक संज्ञा दूसरी संज्ञा को प्रेरित करती है या प्रेरणा देती है; जैसे-
माँ |
बच्चे |
को दूध |
पिला रही है। |
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प्रेरक संज्ञा |
प्रेरित संज्ञा |
कर्म |
प्रेरणार्थक |
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द्वितीय प्रेरणार्थक − इसमें तीन प्रक्रियाएँ होती हैं;
जैसे -
1. वह नौकरानी से कपड़े धुलवा रही है।
2. माँ आया से बच्चे को दूध पिलवा रही है।
3. मालिक माली से बाग की सफाई करवा रहा है।
4. सिखाना − सिखवाना
5. काटना − कटवाना