Question 11. Please answer tje question. Please dont provide any links , experts. The links are usually unaccessible

मित्र!
आपका उत्तर हम आरम्भ करके दे रहे हैं। आप इसे विस्तारपूर्वक लिख सकते हैं। उत्तर इस प्रकार है।

 

सामाजिक जीवन में क्रोध की आवश्यकता हमेशा होती है। यह बात भी सही है कि क्रोध का प्रभाव हमेशा नकारत्मक नहीं होता है अपितु कभी-कभी क्रोध का प्रभाव सकारात्मक भी होता है। माता-पिता या हितैषी जब भी क्रोध करते हैं, तो भले के लिए ही क्रोध करते हैं। उस क्रोध में हित छुपा हुआ है। मनुष्य के भीतर क्रोध की भावना, उसके द्वारा कुछ करने की भावना को सक्रिय कर देती है। यही भावना मनुष्य को कुछ करने की प्रेरणा देती है। अत: यह कहना उचित होगा कि क्रोध का स्वरुप हमेशा नकारात्मक नहीं अपितु सकारात्मक भी होता है।  

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