raman prabhav kya hai?

एक सतह पर गिरे हुए द्रव्य से जब प्रकाश गुजरता है। तब उस प्रकाश में विद्यमान फोटॉन कण द्रव्य के इलेक्ट्रॉन से टकराते हैं। इस टकराहट के दो प्रकार होते हैः लोचदार टक्कर ( elastic collision ) और बेलोच टक्कर ( inelastic collision ) । लोचदार टक्कर में इलेक्ट्रॉन अपनी energy level से higher energy तक उछलते हैं और जब वह इलेक्ट्रॉन अपनी original level में वापिस लौटकर आता है, तो वो इलेक्ट्रान एक फोटॉन कण उत्सर्जित करता है। बने हुए इस नए फोटॉन की ऊर्जा पहले टकराए फोटॉन की ऊर्जा के समान ही होती है और इसे rayleigh scattering कहते हैं। बेलोच टक्कर में इलेक्टॉन अपनी higher energy से लौटकर वापिस आता है, तो उससे उत्सर्जित फोटॉन का energy level पहले वाले फोटॉन की तुलना में अपेक्षाकृत कम होता है और यही अद्भुत घटना रामन् प्रभाव को जन्म देती है।

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