sankhyavachak aur parimanvachak visheshan me antar.
संख्यावाचक विशेषण तथा परिमाणवाचक विशेषण प्राय: एक जैसे लगते हैं। परन्तु इन दोनों में बहुत अंतर होता है; जैसे - यदि विशेष्य को गिना जा सके तो वह संख्यावाचक विशेषण होता है और यदि विशेष्य नापी तौली जाने वाली वस्तु हो तो वहाँ परिमाणवाचक विशेषण होता है।
उदाहरण -
(i) मेरा घर मेरे विद्यालय से दो किलोमीटर दूर है। (परिमाणवाचक विशेषण)
(ii) मेरे पास चार चाकलेट है। (संख्यावाचक विशेषण)