अधोलिखितानि पदानि निर्देशानुसार परिवर्तयत − यथा- चित्रपतङ्ग: (प्रथमा बहुवचने) − चित्रपतङ्गा
(क) |
भल्लुक: |
(तृतीया − एकवचने) |
- |
............. । |
(ख) |
उष्ट्र: |
(पञ्चमी − द्विवचने) |
- |
............. । |
(ग) |
हरिण: |
(सप्तमी − बहुवचने) |
- |
............. । |
(घ) |
व्याघ्र: |
(द्वितीया − एकवचने) |
- |
............. । |
(ङ) |
घोटकराज: |
(सम्बोधन − एकवचने) |
- |
............. । |
(क) |
भल्लुक: |
(तृतीया −एकवचने) |
- |
भल्लुकेन् । |
(ख) |
उष्ट्र: |
(पञ्चमी − द्विवचने) |
- |
उष्ट्रभ्याम् । |
(ग) |
हरिण: |
(सप्तमी − बहुवचने) |
- |
हरिणेणु । |
(घ) |
व्याघ्र: |
(द्वितीया− एकवचने) |
- |
व्याघ्रम् । |
(ङ) |
घोटकराज: |
(सम्बोधन − एकवचने) |
- |
हे घोटकराज । |