satkar ki ushma samapt hone par dinner khichadi par kyon badla gaya?
मित्र क्योंकि अतिथि आवश्यकता से अधिक दिन लेखक के घर रूक गया था। लेखक अपने अनुसार अतिथि की हर संभव सत्कार कर चुके थे। इसलिए सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर डिनर खिचड़ी में बदल गया।
satkar ki ushma samapt hone par dinner khichadi par kyon badla gaya?