Should student be judged on the bases of his capability of passing the exam .write a artile in"hindi'' on this topic . please in hindi

मित्र!  
आपके प्रश्न के उत्तर में हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं-
 
भारत में शिक्षा व्यवस्था अंकों पर आधारित है। अंकों के आधार पर श्रेणियों का निर्धारण किया जाता है। यह शिक्षा व्यवस्था अंग्रेजों की देन है। अब इस शिक्षा व्यवस्था को बदलने का समय आ गया है। भारत में प्राचीन काल में गुरुकुल में पढ़ाया जाता था। वहाँ पर अंकों के आधार पर ज्ञानी नहीं माना जाता था। छात्रों का आकलन उनकी योग्यता के आधार पर होना चाहिए न कि अंकों के आधार पर। हमारी शिक्षा व्यवस्था का ध्येय योग्य और गुणी छात्र बनाना होना चाहिए। 

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