Similarities and differences between Kabir Das and premchand.



 प्रिय मित्र!
हम आरंभ करके दे रहे हैं। शेष आप स्वयं करने की चेष्टा करें। इससे आपका अच्छा अभ्यास होगा और आपका कौशल भी बढ़ेगा। आप इसे जाँचने के लिए हमें भेज सकते हैं।  

कबीर और प्रेमचंद दोनों यथार्वादी थे। 
दोनों ने अपने – अपने तरीके से लोगों को सत्य से परिचय कराया ।
दोनों की लेखनी की भाषा जन भाषा थी। कबीर की भाषा  सधुक्कड़ी है और प्रेमचंद की भाषा उर्दू और हिंदी। 
कबीर साखी और शबद (गा कर सुनाया जाता था) लिखते थे और प्रेमचंद कहानी और उपन्यास। 
दोनों समाज के हित के लिए लिखते थे। कबीर धार्मिक आडम्बर, अहंकार, अन्धविश्वास, परम्पराओं के विरुद्ध लिखते थे और प्रेमचंद निम्न वर्ग, मध्यम वर्ग, स्वतंत्रता संग्राम इत्यादि के लिए लिखते थे। 
कबीर गुरु को मानते थे और अनपढ़ थे। प्रेमचंद ने बीए तक पढ़ाई की थी।

  • -1
What are you looking for?