Smita Das Mam and Nikita NegiMam, please answer my questions संचयन भाग - २ सपनों के - से दिन
बचपन की यादें मन को गुदगुदाने वाली होती हैं विशेषकर स्कूली दिनों की। अपने अब तक के स्कूली जीवन की खट्टी-मीठीयादों को लिखिए ।
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
बचपन की यादें मन को गुदगुदाने वाली होती हैं, विशेषकर स्कूली दिनों की। आप अब तक के स्कूली जीवन की खट्टी-मीठी यादों को लिखिए । हर एक बच्चे की स्कूल के जीवन के साथ जुड़ी विशेष यादें हैं। मेरे पास स्कूल जीवन से जुड़ी मीठी यादें हैं। ऐसी यादें अमूल्य होती हैं। जब मैं पांचवीं कक्षा में था, तब मैंने अपनी गतिविधि की पुस्तक को खो दिया था। काम प्रस्तुत करने के लिए मेरा अंतिम दिन था। मैं अपने शिक्षक का सामना करने के डर गया लेकिन मैंने उन्हें सब सच बता दिया। मेरे शिक्षक ने मेरी परेशानी को समझाऔर काम पूरा करने के लिए समय दिया। अगले दिन, मेरे दोस्त को कंप्यूटर लैब से मेरी गतिविधि की पुस्तक मिल गई। मैंने अपना कार्य पूर्ण करके शिक्षक के सम्मुख प्रस्तुत किया और इस पर उन्होंने मेरी सराहना की। मेरे शिक्षक के दृष्टिकोण ने मुझे सच बताकर समस्याओं का सामना करने की हिम्मत दी।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
बचपन की यादें मन को गुदगुदाने वाली होती हैं, विशेषकर स्कूली दिनों की। आप अब तक के स्कूली जीवन की खट्टी-मीठी यादों को लिखिए । हर एक बच्चे की स्कूल के जीवन के साथ जुड़ी विशेष यादें हैं। मेरे पास स्कूल जीवन से जुड़ी मीठी यादें हैं। ऐसी यादें अमूल्य होती हैं। जब मैं पांचवीं कक्षा में था, तब मैंने अपनी गतिविधि की पुस्तक को खो दिया था। काम प्रस्तुत करने के लिए मेरा अंतिम दिन था। मैं अपने शिक्षक का सामना करने के डर गया लेकिन मैंने उन्हें सब सच बता दिया। मेरे शिक्षक ने मेरी परेशानी को समझाऔर काम पूरा करने के लिए समय दिया। अगले दिन, मेरे दोस्त को कंप्यूटर लैब से मेरी गतिविधि की पुस्तक मिल गई। मैंने अपना कार्य पूर्ण करके शिक्षक के सम्मुख प्रस्तुत किया और इस पर उन्होंने मेरी सराहना की। मेरे शिक्षक के दृष्टिकोण ने मुझे सच बताकर समस्याओं का सामना करने की हिम्मत दी।