Solve it fast please give me the ans in 5 min

प्रिय विद्यार्थी,


आपकी क्वेरी (जैसे 1 और 2) क्वेरी का उत्तर दिया है। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमारे विशेषज्ञों से त्वरित सहायता प्राप्त करने के लिए आप उन्हें अलग-अलग थ्रेड में पोस्ट करें। 

1 और 2 के उत्तर कुछ इस प्रकार हैं।

उत्तर 1) इस कविता का नाम ‘ वाख’ है और इसकी कवयित्री ललद्यद है।

उत्तर 2) भोग पर संयम और तपस्या का जीवन जीने से मनुष्य स्वयं को बड़ा त्यागी, महात्मा मानने लगता है उसके अंदर अहंकार का जन्म होने लगता है। अहंकार से दूर रहकर समान अवस्था में रहने की कोशिश करनी चाहिए।
 

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