Solve mulprak prasan utar pls solve
प्रिय मित्र ,
माँ बच्चों की बातों को बिना कहे समझ लेतीं है क्योंकि वो उन्ही बच्चों को पाल पोस के बड़ा करतीं हैं। जैसे रामी चाची की जरुरत को समझते हुए दादी माँ ने रामी चाची का कर्ज माफ़ कर उसे नकद रूपए भी दिए ताकि उसकी बेटी का विवाह निर्विघ्न संपन्न हो जाए।
माँ बच्चों की बातों को बिना कहे समझ लेतीं है क्योंकि वो उन्ही बच्चों को पाल पोस के बड़ा करतीं हैं। जैसे रामी चाची की जरुरत को समझते हुए दादी माँ ने रामी चाची का कर्ज माफ़ कर उसे नकद रूपए भी दिए ताकि उसकी बेटी का विवाह निर्विघ्न संपन्न हो जाए।