Solve this:
जितेन नार्गे ते 'साना साना हाथ जोड़ि' की लेखिका को सिक्किम की प्रकृति, भौगोलिक स्थिति एवं जनजीवन के बारे में जो जानकारियाँ दी, उन्हें अपने शब्दों में लिखिए। 100-150 (4 mark)
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
जितेन नार्गे ने लेखिका को सिक्किम की प्रकृति, वहां की भौगोलिक स्थिति एवं जन जीवन के बारे में बहुत सारी जानकारियां दी। जितेन ने लेखिका को वहां की पहाड़ी संरचनाओं के बारे में बताया। हिमालय की जितनी भी घाटियाँ हैं वह सब फूल, पत्ते, हरियाली से सराबोर हैं। सिक्किम की सुन्दरता के बारे में लेखिका को बताया। घाटी अपने श्रृंगार के कारण प्रसिद्ध है। सिक्किम में भी भारत की तरह ही लोग पूजा पाठ, अंधविश्वास, सामाजिक कुरीतियों को मानते हैं। सिक्किम में महिलाएं एक प्रकार का परिधान पहनती है, उस परिधान को बोकु कहते हैं। इसको पहनने से महिलाएं अधिक सुंदर दिखती हैं। सिक्किम के लोग बहुत मेहनती होते हैं। सिक्किम में सिर्फ पुरुष ही काम नहीं करते। वहां पर बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सब लोग काम करते हैं। भारत के गांव की तरह वहां भी स्कूल नजदीक नहीं है। बच्चों को पढ़ने के लिए बड़ी दूर तक जाना पड़ता है।
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जितेन नार्गे ने लेखिका को सिक्किम की प्रकृति, वहां की भौगोलिक स्थिति एवं जन जीवन के बारे में बहुत सारी जानकारियां दी। जितेन ने लेखिका को वहां की पहाड़ी संरचनाओं के बारे में बताया। हिमालय की जितनी भी घाटियाँ हैं वह सब फूल, पत्ते, हरियाली से सराबोर हैं। सिक्किम की सुन्दरता के बारे में लेखिका को बताया। घाटी अपने श्रृंगार के कारण प्रसिद्ध है। सिक्किम में भी भारत की तरह ही लोग पूजा पाठ, अंधविश्वास, सामाजिक कुरीतियों को मानते हैं। सिक्किम में महिलाएं एक प्रकार का परिधान पहनती है, उस परिधान को बोकु कहते हैं। इसको पहनने से महिलाएं अधिक सुंदर दिखती हैं। सिक्किम के लोग बहुत मेहनती होते हैं। सिक्किम में सिर्फ पुरुष ही काम नहीं करते। वहां पर बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सब लोग काम करते हैं। भारत के गांव की तरह वहां भी स्कूल नजदीक नहीं है। बच्चों को पढ़ने के लिए बड़ी दूर तक जाना पड़ता है।