Solve this:
12. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
माँ ने कहा पानी में झाँककर
अपने चेहरे पर मत रीझना
आग रोटियाँ सेंकने के लिए है
जलने के लिए नहीं
वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह
बंधन है स्त्री जीवन के
माँ ने कहा लड़की होना
पर लड़की जैसी दिखाई मत देना।
(क) माँ ने लड़की से स्वयं पर रीझने से क्यों मना किया?
(ख) 'आग रोटियाँ सेंकने के लिए हैं, जलने के लिए नहीं' में क्या गूढ़ार्थ छिपा है?
(ग) 'लड़की जैसी दिखने' के लिए माँ ने क्यों मना किया है?
मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
क- माँ ने बेटी को सीख दी कि कभी भी अपनी सुन्दरता पर घमंड मत करना।
ख- इसका अर्थ है कि कभी भी दुःख से घबरा कर आत्महत्या मत करना।
ग- मां ने कहा कि लड़की होना पर लड़की जैसी दिखाई मत देना। लड़की होना अर्थात अपने मन में करुणा, स्नेह, ममता इत्यादि भाव रखना लेकिन कमजोर मत होना। तुम्हें हर चीज की जानकारी होनी चाहिए। अपने आप को मजबूत बनाना चाहिए।
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
क- माँ ने बेटी को सीख दी कि कभी भी अपनी सुन्दरता पर घमंड मत करना।
ख- इसका अर्थ है कि कभी भी दुःख से घबरा कर आत्महत्या मत करना।
ग- मां ने कहा कि लड़की होना पर लड़की जैसी दिखाई मत देना। लड़की होना अर्थात अपने मन में करुणा, स्नेह, ममता इत्यादि भाव रखना लेकिन कमजोर मत होना। तुम्हें हर चीज की जानकारी होनी चाहिए। अपने आप को मजबूत बनाना चाहिए।