Study MaterialChange Chapterवाच्य 60% Topic:वाच्य के प्रकार - भाववाच्यTake a Chapter Test

जिन वाक्यों में कर्ता तथा कर्म दोनों ही प्रमुख नहीं होते, परन्तु भाव प्रधान होता है, वे भाववाच्य कहलाते हैं। इन वाक्यों में क्रिया में वचन तथा काल का प्रयोग भाव के अनुसार होता है; जैसे -

(i) राम से अब खेला नहीं जाता।

(ii) चलो, अब हमारे द्वारा सोया जाए।

भाववाच्य में कर्म नहीं होता है। इसमें अकर्मक क्रिया का प्रयोग होता है।

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मित्र हिन्दी भाषा के व्याकरण में हिन्दी में समझने का प्रयास करें। यदि आप हिन्दी के व्याकरण को अंग्रेज़ी में समझने का प्रयास करेंगे तो हिन्दी में कभी अपनी स्थिति सुधार नहीं पाओगे। यह सरल भाषा में दिया गया है। कृपया इसे ध्यानपर्वक समझने का प्रयास करें।

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