Summary of chapter... 'Meera' in hindi sparsh
प्रिय मित्र आपका उत्तर इस प्रकार है- मीराबाई ने अपने पदों में श्री कृष्ण का भक्तों के प्रति प्रेम और अपना श्री कृष्ण के प्रति भक्ति भाव का वर्णन किया है ।पहले पद में मीरा श्री कृष्ण से कहती हैं कि जिस प्रकार आपने द्रोपदी प्रहलाद और ऐरावत के दुखों को दूर किया था ,उसी तरह मेरे सारे दुखों का नाश कर दो ।दूसरे पद में मीरा श्री कृष्ण के दर्शन का एक भी मौका नहीं छोड़ना चाहती है। वह कृष्ण की दासी बनने को तैयार है, बाग बगीचे लगाना चाहती हैं और गली-गली में कृष्ण लीला का बखान करना चाहती हैं ,ऊंचे -ऊंचे महल बनाना चाहती हैं, ताकि वह कृष्ण के दर्शन पा सकें । मीरा ने श्री कृष्ण के मनमोहक रूप का वर्णन भी किया है ।मीरा इतनी अधिक व्याकुल है कि आधी रात को इस श्रीकृष्ण को दर्शन देने के लिए बुला रही हैं । इस प्रकार मीरा ने अपने पदों में श्री कृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति को प्रकट किया है ।