surda path me last vale dohe ka arth sanshipt me..

Hi!
गोपियाँ उद्धव से कहती हैं कि कृष्ण ने द्वारिका जाकर राजनीति पढ़ ली है। तुम्हारे कहते ही हम यह समझ गईं हैं। पहले से ही कृष्ण चतुर हैं, अब तो राजनीति पढ़कर और भी चतुर हो गए हैं। उनकी बुद्धि कितनी तेज़ हो गई है, यह तो हमें पता चल गया है। उद्धव को हमें योग-संदेश पढ़ाने के लिए भेजा है। पहले समय के लोग बड़े भले लोग थे, जो परहित के लिए भागे चले जाते थे। अब हम अपने मन को वापस पा लेगीं, जिसे श्री कृष्ण ने चुरा लिया था। जिस श्रीकृष्ण ने अन्याय करने वालों से दूसरों को बचाया है, वह हमारे साथ अन्याय क्यों कर रहे हैं। गोपियाँ कहती हैं कि हे उद्धव! यह राजधर्म नहीं है। राजा का धर्म है कि वह प्रजा को सता नहीं सकता है।
 
मैं आशा करती हूँ कि आपके प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
 
ढेरों शुभकामनाएँ !

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thanx mam..

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