tell me the summary of this
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कारतूत पाठ वज़ीर अली पर आधारित है। वज़ीर अली अवध के नवाब आसिफ़ुद्दौला के पुत्र थे। वह अंग्रेज़ों के कट्टर शत्रु थे। अंग्रेजों द्वारा उनसे अवध का राज छिन कर उनके चाचा सआदत अली को सौंप दिया गया था। सआदत अली अंग्रेजों का बहुत बड़ा वफ़ादार था। वज़ीर अली को यह बात पंसद नहीं आई और उसने अंग्रेजों के विरूद्ध बगावत का बिगुल बजा दिया था। वह बहुत ही बहादुर व साहसी युवक था। इस पाठ में उसकी ही साहस व बहादुरी को दर्शाया गया है। वह इतना दिलेर व निडर था कि स्वयं को पकड़ने आए कर्नल के खैमे में पहुँचकर उससे उसके ही कारतूस ले आए। उसकी बहादुरी के आगे अंग्रेजी कर्नल भी नतमस्तक हो गया। यह कहानी हमें अपने देश में जन्मे उन वीरों की याद दिलाती है जो की कहीं खो गए हैं।
आशा करती हूँ कि आपको प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
ढ़ेरों शुभकामनाएँ!