This is Hindi ch4

मित्र
 
5- कठपुतली के मन में स्वतंत्र होने की इच्छा जग उठी थी। 
 
6- कठपुतली को अपने पाँवों पर खड़ी होना चाहती है।  
 
7- पहली कठपुतली इसलिए अच्छी है क्योंकि पहली कठपुतली स्वतंत्र होने की बात कर रही थी और दूसरी कठपुतलियाँ को भी बंधन से मुक्त होकर आज़ाद करवाना चाहती थी।
 
8- पहली कठपुतली की बात सुनकर दूसरी कठपुतलियां भी अपने मन की भावना को उजागर करने लगी और बंधन मुक्त होने की बात करने लगी। पहली कठपुतली ने दूसरी कठपुतलियों को इस तरह प्रभावित किया।

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