toop sa hame kya sikna ko molta hai
नमस्कार मित्र!
'तोप' कविता हमें हमारी सांस्कृतिक विरासत की संभाल करने की सीख देती है। यह हमें एक और बात याद दिलाती है कि कितना बड़ा राजा या शहशांह क्यों न हो, उसका अंत एक दिन अवश्य होता है।
ढेरों शुभकामनाएँ!