upsarg aur pratyay me anthar (points)
उपसर्ग :- उपसर्ग ऐसे शब्द हैं जिनका स्वतंत्र रुप में प्रयोग नहीं होता है क्योंकि अलग से इनका कोई विशेष महत्व नहीं होता है। ये मूल शब्द के शुरु में लगा कर शब्द में विशेषता लाते हैं ; जैसे - अ + धर्म , अप + मान = अपमान
प्रत्यय -ये भाषा के बहुत छोटे खंड है , जिनका अर्थ भी निकलता है ये मूल शब्द के अंत में जुड़ने पर नए शब्द बनाते हैं और शब्द में विशेषता लाते हैं ;
जैसे -
लिख + आई = लिखाई
उपदेश + क = उपदेशक
बंगाल + ई = बंगाली