Us din yasuki Chan ne duniya ki ek alag nayi jhalak dekhi
Is pankti ka mul bhav likhiye.
प्रिय मित्र!
आपका उत्तर इस प्रकार है-
पेड़ पर चढ़कर यासुकी-चान ने दुनिया की नई झलक देखी। ऊपर से उसे दुनिया अलग प्रकार की दिखाई दे रही थी। ऐसा लग रहा था मानो पेड़ गीत गा रहेे हों। खुला आकाश और सड़क पर जाते हुए लोग बड़े प्यारेेे दिख रहे थे। वह अनुभव बहुत अपूर्व था। आम बच्चों की तरह वह भी पेड़ पर बैठा था।
आपका उत्तर इस प्रकार है-
पेड़ पर चढ़कर यासुकी-चान ने दुनिया की नई झलक देखी। ऊपर से उसे दुनिया अलग प्रकार की दिखाई दे रही थी। ऐसा लग रहा था मानो पेड़ गीत गा रहेे हों। खुला आकाश और सड़क पर जाते हुए लोग बड़े प्यारेेे दिख रहे थे। वह अनुभव बहुत अपूर्व था। आम बच्चों की तरह वह भी पेड़ पर बैठा था।