vachya kise kehte h?
मित्र जब हम किसी वाक्य में कर्ता(कार्य करने वाला व्यक्ति), कर्म (जो कार्य किया जा रहा हो) या भाव (क्रोध, प्रेम, दुख, सुख, हिंसा इत्यादि) का उल्लेख करते हैं, तो उनके अनुसार ही क्रिया के लिंग, पुरुष और वचन को निधारित करते हैं। वही निर्धारण वाच्य कहलाता है। वाच्य को तीन भागों में विभाजित किया जाता है- 1. कर्तृवाच्य, 2. कर्मवाच्य तथा 3. भाववाच्य।