Vakya kai ang kitne prakar ke hote hai ?
A. Do
B. Teen
C. Char
D. Panch
मित्र वाक्य का अर्थ है कि सार्थक शब्दों का व्यवस्थित समूह। जिनका कोई सार्थक अर्थ निकलता हो।
वाक्य के दो अंग होतेे हैं
उद्देश्य - जिसके बारे में बताया जा रहा है उसे उद्देश्य कहते हैं।
विधेय - वाक्य के जिस भाग से उद्देश्य के बारे में बताया जाता है, उस भाग को विधेय कहतेे हैं।
वाक्य के दो अंग होतेे हैं
उद्देश्य - जिसके बारे में बताया जा रहा है उसे उद्देश्य कहते हैं।
विधेय - वाक्य के जिस भाग से उद्देश्य के बारे में बताया जाता है, उस भाग को विधेय कहतेे हैं।