Ve batati hai ki darasal kitni bhi badi ho tope Ek din toh hona hee hai uska muh band.
प्रिय छात्र,
उत्तर: - कवि ने तोप की दयनीय दशा का चित्रण करते हुए कहा है कि आखिरकार अब इस तोप को मुँह बन्द करना पड़ता है। कोई हकीर क्यों न हो, एक-न-एक दिन उसे धराशायी होना ही पड़ता है।
उत्तर: - कवि ने तोप की दयनीय दशा का चित्रण करते हुए कहा है कि आखिरकार अब इस तोप को मुँह बन्द करना पड़ता है। कोई हकीर क्यों न हो, एक-न-एक दिन उसे धराशायी होना ही पड़ता है।