vidyalaya ke varsikostav ke bisay mai pitaji ko patra likhiye?

परीक्षा भवन,

दिनांक: ..............

पूज्य पिताजी,

सादर प्रणाम!

आज ही आपका पत्र मिला। हालचाल मालूम हुआ। मैं यहाँ कुशलतापूर्वक हूँ। पिछले महीने मेरी परीक्षाएँ चल रही थीं। इसलिए मैं पढ़ाई में व्यस्त थी और उसके बाद वार्षिकोत्सव की तैयारियों में लग गई थी। यही कारण था कि आपको पत्र नहीं लिख सकी। परीक्षा परिणाम आ गया है। मैंने पूरे विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जैसा आपको पता है हर साल की तरह इस साल भी वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस बार मैंने भी इसमें भाग लिया था और साथ ही इस बार मुझे 'सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी' का पुरस्कार मिला।

यह पुरस्कार मेरे लिए बहुत महत्व रखता है। मैंने पूरे वर्ष बिना कोई अवकाश लिए अपना सत्र पूरा किया था। अपने हर विषय में पूरी ईमानदारी से परिश्रम किया और अच्छे अंक प्राप्त किए। अपने व्यवहार से अध्यापकों का दिल जीत लिया। इसलिए मुझे विद्यालय की तरफ़ से 'सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी' का पुरस्कार मिला है। सबके सामने पुरस्कार पाना बहुत अच्छा लगा। हमने वार्षिकोत्सव में बढ़े आनंद किए। नृत्य-संगीत के बीच पूरा दिन कैसे बिता पता ही नहीं चला।

आपकी पुत्री,

किन्नी

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