viram chin ka kya mahatav hai
Hi Anju,
हिन्दी हो या अन्य भाषा विराम चिन्ह का बहुत महत्व होता है। इनके प्रयोग से ही भावों में स्पष्टता आती है तथा भ्रम की स्थिति समाप्त हो जाती है। यदि इनका उचित प्रयोग नहीं किया जाए तो वाक्य के अर्थ भी बदल सकते हैं। यह वाक्य को सही से पढ़ने, समझने व पढ़ते समय ठहरने के लिए होते हैं। इनके बिना वाक्य की कल्पना नहीं की जा सकती है।
उदाहरण के लिए-
(1) नीला कपड़ों को पकड़ो मत गिराओ
(2) नीला कपड़ों को पकड़ो मत, गिराओ।
(3) नीला कपड़ों को पकड़ो, मत गिराओ।
आपने देखा की एक ही वाक्य को बिना विराम चिह्न के प्रयोग से किसी भाव का पता नहीं चल रहा। दूसरे में लगता है की नीला को कपड़ों को संभालने के लिए नहीं गिराने के लिए कहा जा रहा है। तीसरे वाक्य में नीला को कपड़ों को गिराने के लिए नहीं संभालने के लिए कहा जा रहा है।
विराम चिह्न इन्हीं भ्रम से निकालने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं।
आशा करती हूँ कि आपको, आपके प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
ढ़ेरो शुभकामनाएँ!