Vo kaun se aise ghatnaye hai jisse pata chalta ki pita ka apne bete ke prati atyadhik jukav hai
उत्तर :-
आरंभ में ही लेखक ने अपने बचपन की दिनचर्या के विषय में बताया है । जिसमें पिता के साथ ही सोना, रामायण पढ़ते वक्त साथ रहना, गंगा किनारे जाना, तरह-तरह के खेल खेलना आदि हैं । इसके अलावा लेखक ने आरंभ में ही कहा है कि बचपन में उनका अपनी माता के साथ केवल दूध पीने का नाता था । इन बातों से यह स्पष्ट हो जाता है कि लेखक के पिता का उनके प्रति अधिक झुकाव था ।
आरंभ में ही लेखक ने अपने बचपन की दिनचर्या के विषय में बताया है । जिसमें पिता के साथ ही सोना, रामायण पढ़ते वक्त साथ रहना, गंगा किनारे जाना, तरह-तरह के खेल खेलना आदि हैं । इसके अलावा लेखक ने आरंभ में ही कहा है कि बचपन में उनका अपनी माता के साथ केवल दूध पीने का नाता था । इन बातों से यह स्पष्ट हो जाता है कि लेखक के पिता का उनके प्रति अधिक झुकाव था ।