What does the mean of sabad
नमस्कार मित्र!
'साखियाँ एवं शब्द' कबीरदास द्वारा रचित है। कबीरदास जी मध्यकालीन भारत में भक्तिकाल के निर्गुण शाखा के कवि थे। वह एक महान संत थे। इन्होंने समाज में व्याप्त धार्मिक आडंबरों का भरसक विरोध किया है। इनकी इस रचना में साखियाँ और सबद को लिया गया है। सबद" को "शब्द" भी कहते हैं। भिन्न-भिन्न प्रकार की राग रागिनियों में सबद को गाया जाता है। मनुष्य के आंतरिक अनुभव को व्यक्त करने के लिए सबद गाया जाता है।