what is a angeethee
पुराने समय में एक बाल्टी के जैसे लोहे की अंगीठी हुआ करती थी। उसके नीचे के हिस्से में छेद होता था। इसके ऊपर मुँह पर लोहे की जाली नुमा पतली डंडियाँ लगी होती थीं। जिस पर कोयल रखकर जलाए जाते थे। पुराने समय में यह पानी गरम करने खाना पकाने तथा आग सेकने के काम आती थी। जब कोयल जल जाते थे, तो इसमें से राख नीचे गिर जाती थी और नीचे बने छेद के माध्यम से निकाली जाती थी।