what is akarmak kriya

मित्र हम आपको उत्तर लिखकर दे रहे हैं। 

​अकर्मक क्रिया - अकर्मक शब्द का यदि संधि - विच्छेद किया जाए , तो वह इस प्रकार से होगा अ ( बिना )+ कर्म अर्थात कर्म के बिना क्रिया। उदाहरण के लिए देखिए कैसे -


बच्चा चलता है।


इस वाक्य में कर्म का उल्लेख नहीं है। ' बच्चा ' कर्ता है , ' चलता है ' क्रिया है। यहाँ कर्म का उल्लेख नहीं है। यह अकर्मक क्रिया की पहचान होती है। इसमें क्रिया का फल कर्ता पर पड़ता है क्योंकि कर्म इसमें अनुपस्थित होता है। हम एक और तरीके से पहचानने का प्रयास करते हैं कि हमारे प्रश्न पुछे जाने पर हमें उत्तर क्या प्राप्त होता है। जैसे ऊपर वाक्य में पूछा गया है कि कौन चलता है , तो उत्तर होता है बच्चा। इसे देखकर ज्ञात होता है कि क्रिया का फल कर्ता ( बच्चे ) पर पड़ रहा है। परन्तु यदि अकर्मक क्रिया की पहचान करनी है , तो इसमें कर्म की कमी दिखाई देगी।

उदाहरण देखिए -

१ . राम तैर रहा है।

२ . राज पढ़ रहा है।

३ . शैली खा रही है।

४ . आभा जा रही है।

५ . बहू बैठी है।

६ . राम सोचता है।

७ . श्याम देखता है।

८ . राम व्याकुल है।

९ . वह सोचती है।

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