what is atishyokti alankar ??
जहाँ किसी वस्तु, पदार्थ अथवा कथन के विषय में बढ़ा-चढ़ा कर इस प्रकार कहा जाए कि लोक सीमा की हदें पार हो जाएँ, वहाँ अतिशयोक्ति अलंकार होता है।
जैसे-
हनुमान की पूँछ में, लग न पाई आग।
लंका सारी जल गई, गए निसाचर भाग।।
हनुमान की पूँछ में आग लगने से पहले ही लंका जल गई। अतः यहाँ अतिशयोक्ति अलंकार है।