What is kandriya bhav???
मित्र
कीचड़ का काव्य पाठ का भाव यह है कि हमें कीचड़ की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। हम इस आधार पर कीचड़ को उपेक्षित नहीं कर सकते हैं कि उसमें बदबू आती है।
कीचड़ का काव्य पाठ का भाव यह है कि हमें कीचड़ की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। हम इस आधार पर कीचड़ को उपेक्षित नहीं कर सकते हैं कि उसमें बदबू आती है।