what is mishrit vakya
मिश्र वाक्यों को ही मिश्रित वाक्य कहा जाता है। इस वाक्य में एक मुख्य वाक्य होता है और दूसरा उसमें आश्रित उपवाक्य होता है। जैसे-
वह कौन-सा ग्रह है, जहाँ मनुष्य अभी जा नहीं पाया है।
इस वाक्य की पहचान होती है, इसमें व्यधिकरण सुमच्चयबोधक का प्रयोग किया जाता है। जैसे- क्योंकि, अर्थात, ताकि, यदि-तो, जैसे-तैसे इत्यादि