what is the difference between sarvannam and saarvannaamick vishashan?

 

सर्वनाम-  वाक्य में संज्ञा शब्दों का बार-बार प्रयोग न करके उनके स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग होता है, उन्हें सर्वनाम कहते हैं। अर्थात जो शब्द सब नामों की जगह प्रयोग किए जाते हैं, वे सर्वनाम कहलाते हैं।सर्वनाम शब्दों का अपना कोई अलग से अर्थ नहीं होता है; जैसे - वह लड़का है तो 'वह' शब्द लड़के के लिए आया है। अत: सर्वनाम शब्द का अर्थ उनके संदर्भ में होता है जिसके लिए प्रयोग हो, उसी जैसा हो जाता है।

 

 

सार्वनामिक विशेषण- जो सर्वनाम शब्द किसी भी संज्ञा तथा सर्वनाम की विशेषता बताते हैं, उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते हैं; जैसे -

(i) मुझे कुछ भी खाने को दे दो।

(ii) मुझे तुम्हारी कलम चाहिए।

उपर्युक्त वाक्यों में कुछ तथा तुम्हारी सर्वनाम शब्द हैं जो खाने तथा कलम की विशेषता बता रहे हैं; अत: ये सर्वनामिक विशेषण है।

  • 0
What are you looking for?