what is the meaning of jaki shoti jagt kau lage ta pr tuhi dare
मित्र इसका अर्थ यह है कि जिन व्यक्तियों को अस्पृश्य तथा नीच कहकर समाज उनको छूना भी पाप समझता है, एेसे दरिद्र तथा नीची जाति के लोगों पर प्रभु अपनी कृपा बनाए रखते हैं। रैदास के प्रभु एेसे लोगों पर द्रवित हो जाते हैं तथा उनका उद्धार करते हैं।