Why is premchand ke phate jute different from other stories?

इसमें कोई कहानी नहीं है बल्कि इसमें प्रेमचंद के जीवन के पहलूओं को रखने का प्रयास किया गया है। लेखक प्रेमचंद के फटे जूते दिखाकर प्रेमचंद जैसे दृढ़ स्वभाव के व्यक्ति का ध्यान समाज की ओर आकर्षित करता है। प्रेमचंद उपन्यास सम्राट थे उनके जीवन में ही उन्हें यह पद दे दिया गया था। परन्तु इससे उनकी आर्थिक दशा में कोई सुधार नहीं हुआ। भारत जैसे देश में इस अनमोल हीरे को धूल खानी पड़ रह थी। उसे एक-एक पैसे के लिए मोहताज़ होना पड़ा था। परन्तु अपनी गरीबी के कारण उन्होंने अपना कर्तव्य नहीं छोड़ा और समाज का कल्याण करते रहे। ऐसे व्यक्ति पर आधारित यह कहानी दूसरी कहानियों से अलग है। यर मनोरंजन या शिक्षा देने के लिए नहीं बल्कि भारत के अनमोल रतन के जीवन को उजागर करने के लिए बनाई गई है।

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