write a hindi essay on the topic hindi essay on" meri aitihasik yatra"

हमारे विद्यालय से हमें दिल्ली जाने का मौका मिला। हमारी इतिहास की अध्यापिका के द्वारा यह कार्यक्रम बनाया गया। यह एक दिन  की यात्रा थी। हम आगरा में रहते हैं। अतः दिल्ली आने का अवसर बहुत कम मिलता है। अध्यापिका हमें दिल्ली के विभिन्न ऐतिहासिक स्थान  दिखाना चाहती थी। अतः रविवार की सुबह हम लोग दिल्ली के लिए रवाना हुए। बस में हमारी अध्यापिका ने बताया कि दिल्ली आरंभ से ही  भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण रही है। आरंभ में यहाँ पर राजपूतों का राज था। पृथ्वीराज चौहान यहाँ के अंतिम हिन्दू राजा थे। यह प्राचीनकाल से ही भारत की राजधानी रही है। अतः इतिहास की छाप यहाँ-वहाँ दिखाई दे जाती है। इसमें कुतुबमीनार, मुगल गार्डन, हुमायूँ का मकबरा, जंतर-मंतर, लालकिला, इत्यादि स्थान हैं। कुतुबमीनार बहुत ही प्राचीन और ऐतिहासिक इमारत है। भारत के इतिहास में यह मुगल शासन के आरंभ का प्रतीक स्वरूप है। यह भारत के दिल्ली शहर के दक्षिण में महरौली नामक स्थान पर स्थित है। इसी तरह मुगल गार्डन मगुलों की देन हैं, जिसके अवशेष आज तक दिल्ली में विद्यमान है। हुमायूँ का मकबरा प्रथम मुगल सम्राट हुमायूँ की कब्रगाहें है, जहाँ अन्य राजसी लोगों की भी कब्रें विद्यामान है। लालकिला भी मुगलों की ही देन है। यह इमारत लाल पत्थर की बनी हैं इसलिए इस लालकिले के नाम से जाना जाता है। इसका निर्माण शाहजहाँ ने करवाया था। इसे बनने में दस वर्ष का समय लगा। जंतर-मंतर उस समय की घड़ी थी। इसे बनाने का श्रेय सवाई जय सिंह द्वितीय को जाता है। 1724 में यह बनवायी गई थी। अध्यापिका द्वारा हमें सारे ऐतिहासिक स्थान दिखाए गए। सच कहूँ इतिहास को इतने नजदीक से जानने और समझने का अवसर प्राप्त हुआ। इस यात्रा को मैं एक ऐतिहासिक यात्रा ही मानता हूँ।

  • 1
What are you looking for?